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महाराष्ट्र चुनावों में उत्तराखण्ड मूल के लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका:शिवसेना

मुम्बई। महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनावों में उत्तराखण्ड राज्य के शिवसेना प्रमुख गौरव कुमार ने मुम्बई में उत्तराखण्डवासियों के बीच चुनाव प्रचार किया। उन्होने कहा इस बार महाराष्ट्र में होने वाल चुनावों में शहरी सीटों में उत्तराखडं मूल के वोटर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। श्री गौरव ने कहा की शिवसेना ही एक मात्र ऐसी पार्टी है, जो जनता की सभी समस्याओं का समाधन करती है। शिवसेना देवभूमि उत्तराखण्ड की धरती से वीर भूमि महाराष्ट्र की धरती तक समाज सेवा की भावना से राजनीति करती है। उन्होंने कहा की शिवसेना जनता की भलाई के लिये हर समय तैयार रहती है। शिवसेना उत्तराखंड इकाई  के प्रदेश प्रमुख गौरव कुमार के नेतृत्व में महाराष्ट्र चुनावों में प्रचार के लिए गए प्रतिनिधि मण्डल में रूपेद्र नागर, शिवम गोयल, शिव नारायण, विनीत रमोला, संजय उनियाल, सुरेन्द्र नेगी, धनवीर सिह चम्याल, प्रेम गोस्वामी, महावीर पेनोली, प्रकाश ढौंडियाल, वीरेन्द्र नेगी, धनपाल सिह लोधल आदि शामिल हैं।

SC की योगी सरकार को फटकार, पूछा कि क्या राज्य में जंगलराज है

योगी सरकार से तंग आ चुके  हैं -   सुप्रीम  कोर्ट दिल्ली ।।  सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए पूछा, कि क्या राज्य में जंगल राज है। उच्चतम न्यायालय एक मंदिर समिति की याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार से इस कदर खफा हुआ की उसे ऐसी कठोर टिप्पणी करनी पड़ी। दरअसल, बुलंदशहर के एक मंदिर की देखरेख यूपी सरकार ने अपने अधिकार में ले ली थी, जिसके खिलाफ उक्त मंदिर समिति ने सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की थी। सुनवाई के दौरान जब अदालत ने राज्य सरकार के वकील से पूछा की किस कानून के तहत राज्य सरकार ने मंदिर का अधिग्रहण किया है तो अधिवक्ता कोई जवाब नही दे पाए। इस दौरान राज्य का कोई अधिकारी भी कोर्ट रूम में मौजूद नही था जो सरकारी वकील को जानकारी उपलब्ध करा सकता। इस पर सुनवाई कर रहे न्यायाधीश को गुस्सा आ गया। उन्होंने राज्य के अधिवक्ता से सख्त लहजे में पूछा कि क्या यूपी में जंगलराज है?  कोर्ट के रुख से वकील सकते में आ गए। जज ने फिर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा की हम योगी सरकार के रवैये से तंग आ गएं हैं।

निशंक ने राज्य को दिए पांच केंद्रीय विद्यालय, हरिद्वार में एक भी नही।

हरिद्वार।   केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने देहरादून में विभागीय अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक ली। उन्होंने सी.बी.एस.सी बोर्ड के 90 वर्ष पूर्ण होने पर बोर्ड की गतिविधियों की जानकारी भी ली। इस अवसर पर उन्होंने बोर्ड के चेयरमैन को फ़ोन कर तीन माह में देहरादून स्थित क्षेत्रीय कार्यालय की बिल्डिंग का शिलान्यास करने का आदेश दिया। केंद्रीय मंत्री ने गोचर, बनबसा, श्रीनगर, ऋषिकेश व हल्द्वानी में 5 केंद्रीय विद्यालयों के लिए जमीन उपलब्ध कराने के लिए मुख्य सचिव को आदेशित किया। इस सूची में हरिद्वार का नाम नही है। ज्ञातव्य हो की हरिद्वार में शिक्षा की कोई बेहतर व्यवस्था न होने के कारण वर्षों से केंद्रीय विद्यालय खोले जाने की मांग होती रही है। हरिद्वार सांसद निशंक के मानव संसाधन विकास मंत्री बनने के बाद यहां केंद्रीय विद्यालय सहित अन्य उच्च शिक्षण संस्थान खुलने की उम्मीद जगी थी, किन्तु केंद्रीय विद्यालयों की सूची में हरिद्वार का नाम न होने से लोगों में निराशा का भाव है। हालांकि, अभी भी उम्मीद बाकी है। जानकारों का मानना है की आने वाले समय में हरिद्वार को और अवसर मिल सकत

टीएचडीसी को निजी हाथों में देने की तैयारी, उत्तराखंड की आर्थिकी को बड़ा झटका

उत्तराखंड को मिलती है 12.5 % रॉयल्टी, विनिवेश से राज्य को होगा आर्थिक नुकसान देहरादून ll  केंद्र सरकार हाइड्रो पावर कंपनी टीएचडीसी में 75 प्रतिशत की अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने जा रही है. इसके लिए बाकायदा अधिसूचना जारी कर अख़बारों में विज्ञापन भी दिया गया है. हालाँकि सरकार ने विज्ञापन में अभी कंपनियों के नाम उजागर नहीं किये हैं, लेकिन सरकारी सूत्र इस बात की पुष्टि कर रहे हैं. सरकारी हिस्सेदारी खरीदने के इक्छुक निवेशकों से 4 नवंबर तक प्रस्ताव आमंत्रित किये गए हैं. विदित हो की बिजली उत्पादन करने वाली टीएचडीसी में 75 % हिस्सेदारी केंद्र सरकार तथा 25 % हिस्सा उत्तर प्रदेश सरकार का है. इसमें उत्तराखंड, दिल्ली, उत्तर प्रदेश आदि प्रदेशों में 5000 कर्मचारी काम करते हैं, जिनमे 1900 स्थायी तथा 3100 अस्थायी कर्मचारी हैं. सरकार के इस निर्णय से सभी सकते में हैं. मुनाफे में चल रही कंपनी का विनिवेश करना किसी को समझ नहीं आ रहा है. कर्मचारी नेताओं का कहना है की पिछले वित्त वर्ष में ही टीएचडीसी ने केंद्र सरकार को 1200 करोड़ का लाभांश दिया था. इसको बेचा जाना पूरी तरह गलत है. उधर, केंद्र के इस निर्णय से उत्त

चोरी रोकने को नए राशन कार्ड बनाएगी सरकार

देश भर में करीब 23.30 करोड़ राशन कार्ड धारक है नई दिल्ली l फ़र्ज़ी राशन कार्डों को रोकने के लिए सरकार जल्द ही नए राशन कार्ड जारी कर सकती है. इसके लिए राशन कार्ड को आधार से लिंक किया जा रहा है. सरकार का मानना है की एक बार फ़र्ज़ी राशन कार्ड पकड़ में आजाएं उसके बाद सभी कार्ड धारकों को नए राशन कार्ड जारी किये जायेंगे. इस पूरी प्रक्रिया में करीब एक वर्ष का समय लग सकता है. लेकिन सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है.  देश भर में करीब 23.30 करोड़ राशन कार्ड धारक है जिनमे से 85 प्रतिशत कार्ड आधार से लिंक किये जा चुके हैं. अभी तक की जाँच में 2.98 करोड़ कार्ड फ़र्ज़ी होने के कारण रद्द कर दिए गए हैं. इससे राशन की चोरी रुकी है. केंद्र सरकार के खाद्य आपूर्ति विभाग के एक वरिष्ठ ने बताया की राशन कार्ड के आधार से लिंक होने और नए राशन कार्ड बनने से जहाँ दोहरे कार्ड पकड़ में आएंगे, वहीं 2013 में बने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत सभी 81.35 करोड़ लाभार्थियों तक सस्ता राशन पहुंचेगा.

कांग्रेस नेता का बड़ा आरोप, भाजपा सरकार ने वो किया जो 70 सालों में किसी ने नही किया!

कांग्रेस कर्मचारियों के घर आयकर के छापे!! दिल्ली।।  पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा ने कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हम पहले से कहते रहे हैं कि भाजपा बदले की भावना से विपक्षी नेताओं को परेशान कर रही है। लेकिन अब सरकार इससे भी आगे निकल गयी है। उन्होंने कहा कि आज सुबह से सरकार के इशारे पर आयकर विभाग द्वारा कांग्रेस कार्यालय में एकाउंट सेक्शन में काम करने वाले कर्मचारियों के घरों पर छापे मारे जा रहे हैं। श्री शर्मा ने बताया कि कांग्रेस पार्टी के कर्मचारियों और उनके परिवार वालों को परेशान किया जा रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि देश के इतिहास में इसका दूसरा उदाहरण नही मिलता है कि सरकार प्रतिशोध की राजनीति करते करते इस स्तर तक गिर जाए। उन्होंने कहा कि वेतन पाकर किसी भी राजनैतिक दल के दफ्तर में काम करने वालों को प्रताड़ित करना निंदनीय है। उन्होंने बताया कि आज कांग्रेस का एकाउंट्स डिपार्टमेंट बंद है। भाजपा सरकार असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ये सब कर रही है।  

सरकार गंगा जल की सफाई नही, उससे कमाई कर रही है : जलपुरुष

हरिद्वार।। पिछले वर्ष गंगा रक्षा के लिए अनशन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले गंगा पुत्र ज्ञानस्वरूप सानंद जी की पहली पुण्यतिथि के अवसर पर भारत जागृति मिशन ने हरिद्वार स्थित पवन धाम में एक गोष्टी का आयोजन किया। इसकी अध्यक्षता करते हुए पावन धाम के परमाध्यक्ष स्वामी सहज प्रकाश जी ने कहा कि सानंद जी का जीवन माँ गंगा के लिए समर्पित रहा और अपने प्राण भी उन्होंने माँ गंगा की स्वच्छ्ता के लिए त्याग दिए, ऐसे विरले महापुरुष संसार में कभी कभी अवतरित होते हैं। उन्होंने कहा कि हम सब माँ गंगा की सेवा में सानंद जी द्वारा दिखाए मार्ग पर चले,यही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जलपुरुष राजेन्द्र सिंह सानंद जी के साथ बिताए अंतिम क्षणों को याद कर भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि स्वामी जी को भाजपा सरकार से गंगा जी के लिए काम करने की बहुत आशा थी लेकिन जब उन्होंने देख लिया कि सरकार असंवेदनशील है तो उन्हें बहुत कष्ट हुआ और उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए। उन्होंने कहा कि की स्वामी ज्ञानस्वरूप जी भले ही सशरीर हमारे साथ ना हों किन्तु वो हमेशा दिव्य शक्ति से हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे। गोष्टी में तेलगु फ़िल