देहरादून। (यशपाल) उत्तराखंड कांग्रेस में कुछ भी सामान्य नहीं है। यहां व्याप्त सन्नाटा किसी भीषण तूफान की आहट है। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भले ही पुरानी कमेटी भंग कर नई कार्यकारिणी बनाने के संकेत दिए हों, लेकिन दिल्ली से मिल रही खबरों पर यदि यकीन करें तो यह सब इतना आसान नहीं लगता जितना प्रीतम खेमा दिखा रहा है। दरअसल, कांग्रेस सूत्रों के अनुसार भारत बचाओ रैली के लिए दिल्ली गए प्रीतम सिंह ने नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश व प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह के साथ पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इस दौरान प्रीतम ने सोनिया से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत की जमकर शिकायत की। उन्होंने हरीश रावत द्वारा राज्य में पार्टी के समानांतर कार्य करने के आरोप लगाए तथा यहां तक कहा कि राज्य में पार्टी थराली व पिथौरागढ़ विधानसभा उपचुनावों सहित पंचायत चुनावों में रावत की गुटबाजी के कारण हारी। इंदिरा हृदयेश ने भी नगर निगम चुनाव में अपने बेटे की हार का ठीकरा हरीश रावत के ही सर फोड़ा। दोनों नेताओं ने सोनिया गांधी को यहां तक कहा की रावत अपने प्रभार क्षेत्