नई दिल्ली। विधान सभा चुनावों में मतदान के बाद आये एग्जिट पोल ने भाजपा नेतृत्व की नींद उड़ा दी है। लगभग सभी एग्जिट पोल में चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंकने वाली भाजपा बुरी तरह पिछड़ती दिख रही है। इससे पार्टी का शीर्ष नेतृत्व सकते में हैं। भाजपा के नेता भले ही जीत के लाख दावे करें लेकिन पार्टी के भीतर की हलचल से उसकी परेशानी समझी जा सकती है।
कल शाम मतदान समाप्त होने के बाद जैसे ही चैनलों ने एग्जिट पोल के नतीजे दिखाने शुरू किये और उसमे आम आदमी पार्टी की बम्पर जीत के आंकड़े सामने आए, वैसे ही भाजपा में खलबली मच गयी। गृह मंत्री अमित शाह ने तत्काल दिल्ली के सांसदों सहित पार्टी नेताओं की एक बड़ी बैठक बुलाई। पार्टी सूत्रों के अनुसार अमित शाह ने एक एक सीट का बारीक विश्लेषण किया। देर रात तक चली इस बैठक में अमित शाह ने पार्टी नेताओं को जमकर फटकार भी लगाई। दरअसल भाजपा का मानना है की सरकार और पार्टी के संदेश को नेता जनता तक पहुंचाने में नाकाम रहे हैं।
बहरहाल, दिल्ली के मतदाताओं ने किसको जनादेश दिया है ये तो 11 तारीख को होने वाली मतगणना के बाद ही पता चल पाएगा, लेकिन यदि एग्जिट पोल ही नतीजों में परिवर्तित होता है तो भाजपा में कोहराम मचना तय है।
राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में एक बार फिर उछाल आया है। बीते 24 घंटों में 830 नए मरीज मिलने के बाद हड़कंप मच गया है। वहीं प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में इलाज के दौरान 12 कोरोना मरीजों की मौत हो गई है। आज नए मिले मामलों में अल्मोड़ा जिले के 53, बागेश्वर के 24, चमोली के 51, चंपावत के 17, देहरादून के 273, हरिद्वार के 63, नैनीताल के 105, पौड़ी के 37, पिथौरागढ़ के 61, रुद्रप्रयाग के 55, टिहरी के 44, उधमसिंह नगर के 37 तथा उत्तरकाशी जिले के 10 मरीज शामिल हैं। इसके बाद राज्य का आंकड़ा बढ़कर 80,486 तक पहुंच गया है। वहीं इस दौरान 513 कोरोना मरीज स्वस्थ होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज कर दिए गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार 16,661 लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में 12 कोरोना मरीजों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। पिछले कई दिनों से राज्य में नए कोरोना मरीजों की संख्या लगातार घट रही थी लेकिन आज इसके एकदम से छलांग लगाने के कारण चिंता बढ़ गई है।
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